दबंगों का सरकारी भूमि हथियाना जारी, विभाग की लापरवाही निश्चिन्तपुर व बरहा कला जैसी घटना को दे रही दावत
*राहुल यादव (चीफ एडिटर) मानस न्यूज*
मेजा। तहसील क्षेत्र में दबंगों द्वारा बंजर, नवीन परती, चकमार्ग, नाली सहित आरक्षित और किसानों की जमीन पर अवैध कब्जा किया जा रहा है। किसानों का आरोप है कि तहसील के चक्कर लगाने के बावजूद उनकी सुनवाई नहीं हो रही है, जिससे गांवों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। इससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। दिल दहला देने वाली घटना- कोरांव के निश्चिन्तपुर गांव में चार साल पहले चार बीघा जमीन के विवाद में तीन सगे भाइयों की जान ले ली, जिसमें 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। वर्ष 2019 में बरहा कला गांव में जमीन के विवाद में किसान की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी, जिसमें गुस्साए लोगों ने पुलिस की मौजूदगी में किसान के शव को आरोपियों के घर में दफन कर दिया था। तत्कालीन एसपी यमुनापार रहे दीपेंद्र नाथ चौधरी के काफी प्रयास के बाद मामला शांत हुआ था।
अब फिर उसी तरह की स्थिति बन रही है। किसानों ने राजस्व विभाग से तत्काल कार्रवाई करते हुए अपनी जमीन को कब्जामुक्त कराने की मांग की है।
*ग्रामीण व किसानों का आरोप- क्षेत्रीय निवासियों ने आरोप लगाया है कि राजस्व कर्मी अपने कार्यों को निजी कर्मचारियों के माध्यम से संपन्न कराते हैं, जो फरियादियों से अवैध धन उगाही में शामिल हैं। आईजीआरएस पर दर्ज शिकायतों के उचित निस्तारण के निर्देश लेखपालों की अनदेखी का शिकार हो रहे हैं। लेखपाल विलासिता के साथ बड़े-बड़े वाहनों में चलते हैं, लेकिन कोई यह पूछने वाला नहीं है कि उनके ईंधन खर्च का स्रोत क्या है।
*मांडा में अवैध कब्जे का खेल जारी, किसानों की परेशानी बढ़ी- मांडा क्षेत्र के महेवा कला गांव में दबंगों ने सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा जमा लिया है, जिसके बावजूद राजस्व विभाग मौन है। कनेवरा के अमित मिश्र का आरोप है कि एसडीएम कोर्ट से सीमांकन का आदेश होने के बावजूद उन्हें अपनी जमीन पर कब्जा नहीं मिल पा रहा है।
भारतगंज के अशफाक का कहना है कि नगर पंचायत की सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किया जा रहा है, लेकिन शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। राहुल पांडेय ने बताया कि पिता की मृत्यु के बाद वरासत दर्ज करने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था, लेकिन मामला लंबित है। तिसेनतुलापुर के प्रकाश पांडेय का आरोप है कि एसडीएम और समाधान दिवस में शिकायत करने के बावजूद सरकारी भूमि से अवैध कब्जा खाली कराने के लिए कोई कार्रवाई नहीं हुई। किसानों का आरोप है कि राजस्व विभाग की उदासीनता से दबंगों का हौसला बढ़ रहा है।
*क्या कहते है मेजा के समाजसेवी*
यमुनापार विकास मंच अध्यक्ष बाबा तिवारी ने कहा, "मेजा में अवैध कब्जे का खेल जारी है, राजस्व विभाग मूकदर्शक बना हुआ है। दबंगों के हौसले बुलंद हैं, किसानों का विश्वास टूट रहा है।" उन्हें आगे कहा, "दबंगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, राजस्व विभाग को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।"
सपा नेता व जिलापंचायत सदस्य प्रमिल यादव ने कहा, "राजस्व विभाग के कर्मी भ्रष्टाचार के दलदल में फंसे हुए हैं। किसानों की शिकायतों को अनदेखा कर दबंगों को खुली छूट दे रहे हैं। यह सरासर अन्याय है।" राजस्व कर्मियों की मिलीभगत से दबंगों का मनोबल बढ़ रहा है, यह किसानों के साथ विश्वासघात है।"
-एसडीएम मेजा दशरथ कुमार ने कहा कि आरोपों की जांच होगी और दोषी कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सरकारी भूमि से अवैध कब्जा खाली कराया जाएगा। प्राथमिकता के आधार पर मामले का निस्तारण किया जाएगा।
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