पिता की निर्दयता : बेटे को नदी में धक्का देकर मारा, फिर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश
राहुल यादव (चीफ एडिटर) मानस न्यूज
शाहजहांपुर। सिंधौली थाना क्षेत्र के गांव तिउलक में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक पिता ने अपने मासूम बेटे की जान ले ली और फिर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। राजमिस्त्री संजीव ने अपने बेटे गौरव को नदी में धकेल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। संजीव ने पुलिस को बताया कि पड़ोसियों ने उसके बेटे का अपहरण कर लिया है, लेकिन पुलिस को उसकी बात पर शक हुआ और उन्होंने संजीव से पूछताछ की। संजीव ने नदी में शव खोजने की बात कही, जहां पुलिस ने मंगलवार को मासूम का शव बरामद कर लिया। संजीव को जेल भेज दिया गया है।
इस घटना के पीछे की वजह पड़ोसियों के साथ हुआ झगड़ा बताया जा रहा है। संजीव की पत्नी नन्हीं देवी ने बताया कि उनके बेटे गौरव और पड़ोसी के बेटे आयुष के बीच झगड़ा हो गया था, जिसके बाद संजीव ने पड़ोसियों को सबक सिखाने की ठान ली थी। लेकिन उसने अपने बेटे को ही मार डाला और फिर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की।
पुलिस ने संजीव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है। एसपी अशोक कुमार मीणा ने एसओजी को काम पर लगाया और एसपी देहात मनोज अवस्थी की निगरानी में पुलिस ने कड़ियां जोड़नी शुरू कीं। पुलिस ने संजीव से बातचीत की और सच्चाई का पता लगाया।
संजीव के परिवार में पत्नी नन्हीं देवी और चार बेटे थे, जिनमें से एक बेटी की मौत पहले ही हो चुकी थी। पुलिस के अनुसार, संजीव की पत्नी नन्हीं देवी ने पड़ोसी के घर जाकर शिकायत की थी, जिसके बाद संजीव ने बदला लेने की ठान ली थी।
संजीव ने अपने बेटे गौरव को साथ लेकर खुद की दवा लेने के लिए स्कूटी से चिनौर आया था। खुशीराम के मेडिकल स्टोर से दवा लेने के बाद शाम करीब सात बजे वह तिउलक पुल के पास पहुंचा। लोगों की आवाजाही न होने के दौरान उसने मासूम बेटे गौरव को पुल से नदी में धक्का दे दिया। आंखों के सामने वह डूब गया और उसका निर्दयी पिता उसे देखता रहा। बेटे के पानी में डूबने के बाद संजीव घर पहुंचा। उसने बताया कि पड़ोसी और चार अन्य लोग रास्ते में घेरकर बेटे को छीनकर भाग गए। इतना कहते हुए वह बेहोश हो गया। उसे पानी की छींटें मारकर होश में लाया गया। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने संजीव से पूछताछ के बाद कार्रवाई की।
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