गर्भवती किशोरी की दर्दनाक दास्तान: मांडा में दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग का मामला
गर्भवती किशोरी की दर्दनाक दास्तान: मांडा में दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग का मामला
*मानस न्यूज*
मांडा। एक युवक ने सात माह पहले किशोरी (16) से दुष्कर्म किया। उसका वीडियो बनाया और ब्लैकमेल कर लगातार दुराचार करता रहा। कुछ दिनों पहले उसकी तबीयत बिगड़ने पर परिजन अस्पताल ले गए तो पता चला कि वह सात माह से गर्भवती है। परिजनों ने बृहस्पतिवार को आरोपी के खिलाफ तहरीर दी है।
भाई ने बताया कि वह दूसरे शहर में रहकर नौकरी करता है। धान की रोपाई के चलते जुलाई में घर लौटा। इसी दौरान बहन व मां की तबीयत बिगड़ गई। मेडिकल स्टोर की दवा से मां की तबीयत ठीक हो गई। बहन को आराम नहीं मिला। उसकी पत्नी ने बहन के गर्भवती होने की आशंका व्यक्त की लेकिन उसने नजरअंदाज कर दिया।
तबीयत ठीक नहीं होने पर 15 दिन पहले उसने बहन को सीएचसी मांडा में दिखाया तो डॉक्टर ने सात माह के गर्भ की जानकारी दी। इसके बाद बहन ने पूरी घटना बताई। लोकलाज से बचने के लिए परिजनों ने गर्भपात कराने का निर्णय लिया। डॉक्टर ने पीड़िता का ऑपरेशन कर बच्चा बाहर निकालने की सलाह दी। लेकिन शरीर पर ऑपरेशन के निशान बनने और विवाह बाद बहन का रिश्ता टूट जाने का डर उसे सताने लगा। ऑपरेशन से बचने के लिए दूसरे अस्पताल में दिखाया गया पर बात नही बनी। इस दौरान परिजनों आरोपी युवक से पूछताछ की, जिस पर वह जान से मारने व वीडियो वायरल करने की धमकी देने लगा। इसके बाद पीड़िता व उसके परिजन मांडा थाने पहुंचे और कार्रवाई की मांग की है।
प्रसव ही सुरक्षित विकल्प
मामले में सीएचसी अधीक्षक डॉ अजित सिंह ने बताया कि कम उम्र में गर्भवती होने की वजह से किशोरी के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। तीन माह के बाद दवा से गर्भपात करना संभव नही है। उसके स्वास्थ्य की विशेष देखभाल व दवा की जरूरत है। सात माह के गर्भ का प्रसव करना ही सुरक्षित विकल्प है।

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