गंगा और यमुना के जलस्तर में कमी लगातार जारी, बाढ़ प्रभावित इलाकों में जन जीवन प्रभावित
रवि गुप्ता (चीफ एडिटर) मानस न्यूज
प्रयागराज। संगम नगरी प्रयागराज के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए अब राहत भरी खबर है। गंगा का जलस्तर फिलहाल स्थिर है। सिंचाई विभाग बाढ़ खंड की बुलेटिन के अनुसार बुधवार को भी गंगा के जलस्तर में कमी दर्ज की गई है. अब यहां पर 83.94 मीटर पर गंगा बह रही हैं और छह सेंटी मीटर की रफ्तार घट रही हैं। छतनाग में जलस्तर 82.83 मीटर पर बह रही हैं। इसी तरह यमुना का जलस्तर भी घट रहा है। यहां पर फिलहाल जलस्तर 83.69 मीटर पर है।
जिले में 11 घंटे में 42 मिमी तो शहर में 60 मिमी हुई बारिश
जिले में मंगलवार को 11 घंटे में 42.31 मिलीमीटर बारिश हुई। इनमें से करछना और कोरांव के बाद शहर में सबसे अधिक सदर तहसील में 60 मिमी बारिश हुई। प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह आठ से शाम सात बजे के बीच करछना में 72 मिमी बारिश हुई। कोरांव में 62 मिमी और सदर तहसील में 60 मिमी बारिश हुई। बारा में 33, हंडिया में 23.5, फूलपुर में 10 तथा सोरांव में 15 मिमी बारिश हुई।
गंगा और यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ने के बाद सहायक नदियां चंबल, केन और बेतवा भी उफान पर थी। कई जिलों से होते हुए प्रयागराज में पानी पहुंचा तो वह बाढ़ का रूप ले लिया था। यमुना के सापेक्ष शुक्रवार को गंगा का पानी धीमी गति से बढ़ा था। यमुना का वेग इतना तेज था कि रात तक लेटे हनुमानजी डूब गए। सुबह तक मंदिर परिसर में कमर तक पानी भर गया था।
खतरे के निशान के पास पहुंचकर घटने लगा जलस्तर
गंगा-यमुना का जलस्तर लगातार खतरे के निशान की ओर बढ़ रहा था। सिंचाई विभाग का बाढ़ खंड इसकी निगरानी कर रहा था। यहां खतरे का निशान 84.73 मीटर है।
सिंचाई विभाग बाढ़ खंड की बुलेटिन के अनुसार फाफामऊ में गंगा 84.07 मीटर, छतनाग में में 83.41 मीटर पर बह रही हैं। इसी तरह यमुना का जलस्तर नैनी में 83.91 मीटर रिकॉर्ड किया गया। 24 घंटे में गंगा में 21 और यमुना में 39 सेंटीमीटर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। डेंजर लेबल 84.734 मीटर है।



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