मेजा कोराव मे स्वास्थ्य विभाग की टीम ने किया छापेमारी, अस्पताल समेत कई अल्ट्रासाउंड सेंटर हुए सील
रवि गुप्ता (चीफ एडिटर) मानस न्यूज़ 24
प्रयागराज। यमुनापार इलाके के मेजा एवम कोरांव में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने छापेमारी किया। इस दौरान कई अस्पताल एवम अल्ट्रासाउंड सेंटर सील किया।
टीम सर्वप्रथम मेजा रोड़ स्थित जय मां विन्ध्यवासिनी अल्ट्रासाउण्ड सेन्टर व परख अल्ट्रासाउण्ड सेन्टर का निरीक्षण करने पहुंची। लेकिन निरीक्षण की सूचना हो जाने के कारण टीम के पहुँचने के कुछ देर पहले ही दोनो अल्ट्रासाउण्ड सेन्टरो के संचालक सेंटर बंद कर मौके से फरार हो गए। ऐसे में टीम ने दोनो ही अल्ट्रासाउण्ड सेन्टरों को सील कर दिया गया।
इसके बाद टीम प्राप्त शिकायत के आधार पर बी.एल. मेमोरियल हास्पिटल मेजा खास व् यथार्थ अल्ट्रासाउण्ड सेन्टर का निरीक्षण किया गया। जिसमें अल्ट्रासाउण्ड सेन्टर के चिकित्सक न रहने के कारण उक्त अल्ट्रासाउण्ड सेन्टरको सील कर दिया गया।
मेजा के बाद टीम द्वारा कोराव के लेडियारी स्थित अर्चना हास्पिटल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान निशा पत्नी रमेश ग्राम मंजरी पंवारी जिनका आपरेशन से बच्चा पैदा हुआ था। किन्तु किसी आकस्मिक चिकित्सक के अनुपलब्धता के वजह से उक्त हास्पिटल को सील कर दिया गया।
टीम द्वारा रत्यौरा मौड पर स्थित उर्मिला हास्पिटल का निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के दौरान एक महिला मरीज भर्ती मिली, जिसको ब्लड चढाया जा रहा था। जिसकी देख रेख हेतु केवल पैरामेडिकल स्टाफ था। किन्तु चिकित्सक की अनुपलब्धता एवम कार्यालय द्वारा निर्गत पंजीकरण प्रपत्र न होने के कारण हास्पिटल के पंजीकरण को निलम्बित करते हुए हास्पिटल के ओ.टी.को सील कर दिया गया। वहीं उक्त कार्यवाही से मेजा कोराव मे हड़कंप मचा रहा।
छापेमारी की पूर्व सूचना को लेकर इलाके के ज्यादातर संस्थान हुए बंद
स्वास्थ्य विभाग की टीम की छापेमारी की सूचना टीम के लोगो ने लीक कर दिया। इस कारण इलाके के ज्यादातर फर्जी अस्पताल एवम अल्ट्रासाउंड सेंटर टीम आने के पहले ही बंद हो चुके थे। ऐसे में सवाल यह उठता है कि छापेमारी की सूचना लीक किसके द्वारा की गई। सूत्रों का कहना है मोटी महावारी लेने वाले एक स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी द्वारा सूचना लीक किया गया।
छोटी मछलियों के खिलाफ हुई कार्यवाही, बड़ी मछलियों को बचाया गया
जिन सेंटरों को आज सील किया गया है, उनमें से ही एक सेंटर संचालक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पिछले कुछ दिनों से उन्हें जिला कार्यालय बुलाया जा रहा था। ऐसे में जिन जिन अस्पताल संचालकों एवम अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालक ने संपर्क किया उन्हें तो बक्स दिया गया, जबकि हमारे खिलाफ कार्यवाही की गई।
आरोप है इलाके में बड़े बड़े एवम नामी अस्पताल एवम अल्ट्रासाउंड सेंटर है। जहां मानक के अनुरूप न तो कागजात है और न ही चिकित्सक है। जबकि झोलाछाप डॉक्टर संस्थान संचालित कर रहे हैं। यही कारण है कि बीते तीन माह के दौरान आधा दर्जन मरीजों की मौत हो चुकी है। अभी हाल में ही मेजा रोड स्थित हैप्पी लाइफ मेडिकेयर में प्रसव के दौरान एक महिला की मौत हो गई।
कुछ दिन पहले इसी प्रकार से रामनगर स्थित मां शीतला हॉस्पिटल में भी महिला की मौत हो गई थी। जिसमें मरीज के परिजनों ने हंगामा करते हुए तोड़फोड़ भी किया था। इसी प्रकार से रामनगर स्थित लक्ष्मी हॉस्पिटल में भी प्रसव के दौरान एक महिला की मौत हुई थी। लेकिन इन स्थानों पर टीम रुकी तक नही।
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